रामविलास पासवान को अंतिम विदाई,थोड़ी देर PM मोदी देंगे श्रद्धांजलि

09 OCT 2020
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दिल्ली-बिहार के कद्दावर नेता और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान का लंबी बीमारी के बाद बीती शाम निधन हो गया. 74 साल के रामविलास पासवान कई दिनों से अस्पताल में भर्ती थे, लेकिन गुरुवार की शाम को उनके बेटे और लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान ने निधन की जानकारी दी. प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति से लेकर कई दिग्गजों ने केंद्रीय मंत्री के निधन पर दुख व्यक्त किया. आज रामविलास पासवान के पार्थिव शरीर को पटना ले जाया जाएगा.रामविलास पासवान के पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन जारी,रामविलास पासवान का पार्थिव शरीर 12 जनपथ स्थित उनके आवास पर लाया गया है. केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, गिरिराज सिंह, डॉ. हर्षवर्धन समेत कई अन्य दिग्गज यहां पर मौजूद हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब से कुछ देर में रामविलास पासवान के पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन करने के लिए पहुंचेंगे.

रामविलास पासवान का पार्थिव शरीर घर लाया जा रहा है 
राम विलास पासवान के पार्थिव शरीर को अब उनके दिल्ली स्थित आवास पर ले जाया जा रहा है. इस दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन एम्स अस्पताल पहुंचे. 12 जनपथ पर रामविलास पासवान के पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा, फिर पार्टी मुख्यालय ले जाया जाएगा.

तिरंगा को आधा झुकाया गया 
केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के निधन के बाद राष्ट्रपति भवन, संसद भवन पर राष्ट्र ध्वज को आधा झुका दिया गया है. 

 दुखी पीएम मोदी, कहा- मैंने एक दोस्त खो दिया
केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के निधन की खबर सामने आते ही तमाम राजनेताओं और सोशल कार्यकर्ताओं की प्रतिक्रियाएं आईं. पीएम मोदी ने अपना दुख शेयर करते हुए ट्वीट किया, "मैं शब्दों से परे दुखी हूं. हमारे राष्ट्र में अब एक ऐसा शून्य है जो शायद कभी नहीं भरेगा. रामविलास पासवान जी का निधन एक व्यक्तिगत क्षति है. मैंने एक दोस्त, मूल्यवान सहयोगी और ऐसे व्यक्ति को खो दिया है, जो हर गरीब की गरिमापूर्ण जिंदगी की सुनिश्चित करने के लिए बेहद उत्सुक था." पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में एक तस्वीर भी शेयर की है जिसमें वे केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के साथ हाथ मिलाते हुए नजर आ रहे हैं.

दलितों की आवाज से सत्ता के गलियारों तक
रामविलास पासवान का जन्म 5 जुलाई 1946 को बिहार के खगड़िया में हुआ था. वही उनकी मृत्यु 08 अक्टूबर 2020 को दिल्ली के एक अस्पताल में हुई. रामविलास पासवान देश के सबसे अनुभवी नेताओं में से एक थे. उनके पास 5 दशक से भी ज्यादा का संसदीय अनुभव था जिसमें वह 9 बार लोकसभा और दो बार राज्यसभा सांसद रहे. उन्होंने अपने क्षेत्र में दलितों की आवाज़ बुलंद की, जिसके बाद कई मुकामों पर पहुंचे. रामविलास पासवान कई केंद्र की सरकारों में मंत्री पद पर रहे. 

पार्थिव शरीर पटना ले जाया जाएगा 
रामविलास पासवान के पार्थिव शरीर को आखिरी दर्शन के लिए सुबह 10 बजे उनके आवास 12 जनपथ पर अस्पताल से सीधा लाया जाएगा.  दोपहर 2 बजे के बाद उनके पार्थिव शरीर को पटना में लोकजनशक्ति पार्टी के कार्यालय लाया जाएगा. रामविलास पासवान का अंतिम संस्कार शनिवार को पटना में किया जाएगा.


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