A.siwan/
समाज के अंतिम पायदान पर बैठे व्यक्ति की प्रसन्नता चाहते थे लोकनायक ।
जीरादेई प्रखण्ड क्षेत्र के विजयीपुर गांव स्थित जय प्रकाश उच्च विद्यालय के परिसर में जनसुराज के तत्वाधान में लोकनायक जय प्रकाश नारायण की जयंती बुधवार को मनाई गई । प्राचार्य कृष्ण कुमार सिंह ने कहा कि जयप्रकाश बाबू सम्पूर्ण क्रांति के संदेशवाहक थे जो भारतीय राजनीति के दिशा व दशा को बदल सामाजिक न्याय के सरकार की स्थापना किये ।उन्होंने बताया कि हम लोगों को राजनीति के शुचिता का पाठ उनके जीवन दर्शन से सीखना चाहिए ताकि देश व प्रदेश में राजनीति का उच्चतम स्तर बरकरार रहे।
घनश्याम सिन्हा ने कहा कि जयप्रकाश नारायण का देश के प्रति जो सपना था, आज भी वह अधूरा ही दिखता है। लोकनायक की ख्वाहिश थी कि समाज के अंतिम पायदान पर बैठा व्यक्ति भी प्रसन्न रहे। इस प्रसन्नता के लिए आवश्यक था कि समाज में समावेशन यानी विकास का लाभ हर व्यक्ति तक पहुंचे, इसकी व्यवस्था बनाई जा सके। इसके लिए अभी और सार्थक प्रयासों की आवश्यकता है।
वंदना सिन्हा ने कहा कि लोकनायक वास्तविक विकेंद्रीकरण और आत्मनिर्भर व्यवस्था के हिमायती थे। उन्होंने भीडतंत्र और सत्तावादी लोकतंत्र की अवधारणा का विशेष तौर पर विरोध किया। वे स्वतंत्र, सृजनात्मक, वैज्ञानिक सोच के प्रबल हिमायती थे। इस मौके पर अर्चना सिन्हा,अभिषेक मिश्र, दिग्विजय सिंह,रामप्रवेश यादव सहित काफी संख्या में छात्र एवं छात्राएं उपस्थित थे ।