बरेली. नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजनशिप और नागरिकता संशोधन कानून को लेकर देश भर में बवाल मचा हुआ है. लोग भ्रमित हैं कि ये कानून उनके खिलाफ है हक़ में. विपक्ष के दल इसको देश के नागरिकों के खिलाफ बता रहें हैं तो सत्तापक्ष के लोग इसे उनके लिए बेहतर बता रहें हैं. और इन दोनों कानूनों के बारे में सही जानकारी न होने से कुछ लोग हिंसक प्रदर्शन पर उतारू हैं. देश की सरकारी सम्पति तक को नुकसान पहुंचाने में जुटे हैं. इसी बीच यूपी के बरेली जिलें से एक खबर आयी है जहां तीन तलाक़ पीड़ित महिलाएं मुस्लिम आबादी वाले इलाके में कैंप लगाकर एनआरसी और सीएए के बारे में लोगों को जानकारियां देंगी.
CCA और NRC पर गुमराह कर रहा है विपक्ष
तीन तलाक़ पीड़ित महिला आयशा कहती हैं कि एनआरसी और सीएए के बारे में मुस्लिम बहुल इलाकों के लोगों को सही जानकारी ही नहीं है. और विपक्षी पार्टियां अपनी राजनीतिक रोटियां सेकने के लिए लोगों को एनआरसी और सीएए के बारे में गलत जानकारी देकर गुमराह कर रहीं हैं. और लोग भी उनके बहकावे में आकर हिंसा फैला रहें हैं. बीजेपी सरकार द्वारा लाये गए एनआरसी और सीएए कानून के बारे में लोगों को सही जानकारी उपलब्ध कराये जाने की जरूरत है. समाज के लोगों को जानकारी देने के लिए हम तीन तलाक पीड़ित महिलाएं कैंप लगाकर इस कानून के बारे में सबको जानकारी देंगे.
वाराणसी में पुलिस कर रही है लोगों को जागरूक
पीएम के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में पुलिस मुस्लिम बहुल क्षेत्र में जाकर एनआरसी और नागरिकता संशोधन कानून से जुड़ी भ्रांतियों को दूर करने का काम कर रही है. वो भी बाकायदा पर्चे बांटकर. जिसे लोग पढ़कर नागरिकता संशोधन कानून के बारे में जानकारी हासिल कर सकें. चौक थाना के क्षेत्र के प्रभारी आशुतोष त्रिपाठी ने कहा कि, ये पम्पलेट डीएम ऑफिस से लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए दिए गए थे. देखते ही देखते पम्पलेट बट गए. और पम्पलेट पाने के लिए लोगों में काफी उत्सुकता दिखी. इससे इस बात का अंदाज़ा लगाया जा सकता है की देश आमजन नागरिकता संशोधन कानून के बारे में जानना चाहते है.