रोटी बैंक, छपरा का चतुर्थ वार्षिकोत्सव सह राष्ट्रीय एकता सम्मान समारोह में इंसानियत के प्रयासों का गर्मजोशी से किया गया सम्मान
रविवार का दिन था। छपरा का प्रसिद्ध सिटी गार्डन। आयोजन था अपने मानवतावादी प्रयासों के लिए प्रख्यात छपरा, रोटी बैंक के चतुर्थ वार्षिकोत्सव का। साथ में सम्मानित की जाने वाली थीं ऐसी विभूतियां और संगठन, जो मानवतावादी प्रयासों की बयार बहाकर इंसानियत की सेवा कर रहे हैं। लेकिन कार्यक्रम की फिजा में कहीं न कहीं रोटी बैंक के संस्थापक स्वर्गीय किशोर कांत तिवारी की पावन स्मृति बार बार जीवंत हो जा रहीं थी। रोटी बैंक के संस्थापक स्वर्गीय किशोर कांत तिवारी कोरोना महामारी के दौर में गरीबों को रोटी खिलाने के दौरान कोरोना संक्रमित हो गए थे और मानवता की बालिवेदी पर अपने प्राणों की आहुति दे दी थी ।
कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों जयप्रकाश विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर फारूक अली, स्वामी अतिदेवानंद, राष्ट्र सृजन अभियान के महासचिव ललितेश्वर कुमार, राष्ट्र सृजन अभियान के बौद्धिक प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय संयोजक सह टैक्स4वेल्थ के गणेश दत्त पाठक, डॉक्टर हरेंद्र सिंह, डॉक्टर देवकुमार सिंह, ई लर्निंग प्लेटफार्म टैक्स4वेल्थ के वरिष्ठ प्रबंधक दिनेश कुमार पांडेय, चंदन कुमार सहित छपरा शहर के कुछ गणमान्यजनों का स्वागत रोटी बैंक के अध्यक्ष रविशंकर उपाध्याय के नेतृत्व में रोटी बैंक छपरा के अन्य ऊर्जावान और संवेदनशील सदस्यों द्वारा किया गया।अतिथियों के सम्मान के बाद मंगलाचरण के बीच अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन किया गया।
इसके बाद सबसे पहले रोटी बैंक के संस्थापक स्वर्गीय किशोर कांत तिवारी के व्यक्तित्व और कृतित्व की पावन स्मृति को नमन किया गया। फिर शुरू हुआ अतिथियों के संबोधन का क्रम, जिसमे मानवता की सेवा को मानव जीवन की सार्थकता बताया गया। लोकनायक जयप्रकाश नारायण की धरती पर रोटी बैंक के प्रयास को उनके सिद्धांतों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि भी बताई गई।
देश के अन्यभागों से पधारे रोटी बैंकों के सदस्यों को उनके मानवतावादी प्रयासों को भी सराहा गया। साथ ही, दधीचि देहदान समिति के बिहार के अध्यक्ष गुरु रहमान को राष्ट्र सृजन अभियान के महासचिव ललितेश्वर राय द्वारा सम्मानित किया गया। उन्होंने अपने संबोधन में बिहार में नेत्रदान और देहदान की बढ़ती प्रवृति के संदर्भ में कुछ उत्साहित करने वाले तथ्यों को भी रखा।
वार्षिकोत्सव कार्यक्रम के बीच बीच में मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रम भी स्थानीय युवाओं द्वारा पेश किया गया। कार्यक्रम का संचालन बेहद शानदार अंदाज में मंच संचालकों कंचन बाला और निगम कंसल द्वारा किया गया। धन्यवाद ज्ञापन राकेश रंजन ने दिया।
स्वागत भाषण देते समय रोटी बैंक, छपरा द्वारा जो मानवता की सेवा की भावुक अपील रोटी बैंक छपरा के अध्यक्ष रविशंकर उपाध्याय द्वारा शुरू में ही किया गया था। उसी मानवता को संदर्भित अन्य सम्मानित अतिथियों ने भी अपने विचार रखे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए टैक्स4वेल्थ के वरिष्ठ अधिकारी दिनेश पांडेय द्वारा छपरा के युवाओं द्वारा हासिल उपलब्धि का जिक्र करते हुए सीए हिमांशु कुमार की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए छपरा के युवाओं को स्किल विकास के प्रति प्रेरित किया। कार्यक्रम में हेलमेट मैन चंदन कुमार, आशीष मिश्रा, रजनीश कुमार, पिंटू आदि मौजूद रहे।
कार्यक्रम का विधिवत समापन हो गया। अतिथियों ने लिट्टी चोखा का आनंद भी लिया। लेकिन कार्यक्रम की सफलता यह रही कि कार्यक्रम के हर अतिथि को एक महान सबक मिला भूखों के लिए कुछ योगदान देने का। भूखों के रोटी के लिए प्रयास में हरसंभव सहभागी बनने का।
इस कार्यक्रम के दौरान दधीचि देहदान समिति छपरा इकाई की भी स्थापना की गई तथा इस दौरान डॉक्टर हरेंद्र सिंह जी ने अपने पूरे शरीर का दान किया साथ हीं रोटी बैंक के सदस्यों ने नेत्रदान कर इसका शुभारंभ किया। इस कार्यक्रम में रोटी बैंक वाराणसी ,रोटी बैंक दरभंगा,रोटी बैंक जयनगर,रोटी बैंक सीतामढ़ी,रोटी बैंक सिवान, रोटी बैंक प्रयागराज ,बिईंग हेल्पर फाउंडेशन,दधीचि देहदान समिति पटना,अयांश चैरिटेबल ट्रस्ट,सहित शहर के गणमान्य एवं शिक्षाविद के साथ रोटी बैंक छपरा के सभी सेवादार उपस्थित रहें। रोटी बैंक छपरा के रविशंकर उपाध्याय, अभय पांडे, राकेश रंजन, रामजन्म, सत्येंद्र कुमार, संजीव चौधरी ,पिंटू गुप्ता ,बिपिन बिहारी, रंजीत कुमार, किशन कुमार, किशु कुमार, आनंद मिश्रा, राजेश कुमार, अमित कुमार, शैलेंद्र कुमार, राहुल कुमार ,आर्यन कुमार, शिव कुमार, अशोक कुमार, मनोज कुमार, मणिदीप, सूरज व सदस्यों ने सक्रिय भूमिका निभाई।