मुरादाबाद. नागरिकता संशोधित कानून के खिलाफ देश के अलग- अलग हिस्सों में चल रहे भारी विरोध के बीच दिल्ली की शाहीनबाग और लखनऊ स्थित घंटाघर के बाद अब मुरादाबाद में भी महिलाएं नागरिकता संशोधन के खिलाफ धरने पर बैठ गयी हैं. धरने पर बैठी महिलाओं का कहना है कि सरकार इस कानून को वापस ले. इस दौरान उनके हाथों में तख्तियां और बैनर भी दिखे जिसमे सीएए को वापस लेने वाले नारे लिखे थे. मिली जानकारी के अनुसार रहमत नगर करूला की रहने वाली लगभग दर्जनभर महिलाएं धरने पर बैठकर सरकार से सीएए कानून को वापस लेने की मांग कर रहीं हैं.
बीजेपी ने किया साफ
दिल्ली के शाहीन बाग़ की तर्ज़ पर पिछले कई दिनों से लखनऊ स्थित घंटाघर में महिलाएं सीएए और संभावित एनआरसी को लेकर धरने पर बैठी महिलाओं का प्रदर्शन जारी है. वहीं शासन प्रशासन भी प्रदर्शन कर रहीं महिलाओं को लेकर सजग है. इसके लिए उसने घंटाघर पर आरएएफ को तैनात कर दिया गया है. लखनऊ स्थित घंटाघर पर प्रदर्शनकारी महिलाएं अपने छोटे-छोटे बच्चो के साथ धरने पर डटी हुईं हैं. उनकी मांग है कि सरकार सीएए क़ानून को वापस ले. वहीँ दूसरी तरफ सत्ताधारी पार्टी बीजेपी ने साफ कर दिया है कि वह इस कानून को वापस नहीं लेगी.