गुजरात के मोरबी में मच्छु नदी में हुए पूल टूटने के हादसे ने सभी को झकझोर दिया है। तीसरे दिन मंगलवार को भी नदी में लाशों को ढूंढने के लिए सर्च अभियान जारी रहा। अब तक 135 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 170 लोगों को बचाया गया। हादसे के बाद से लगातार दर्दनाक कहानियां सामने आ रही हैं। इसी तरह की एक कहानी प्रेग्नेंट महिला ने सुनाई है, जिसका परिवार हादसे वाले दिन घूमने गया था।
प्रेग्नेंट होने के चलते महिला पुल पर नहीं जा सकी। महिला के पति, नौ साल के बेटे और सात की बेटी की जान चली गई। एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, महिला ने बताया कि सबकुछ खत्म हो चुका है। लगाातर रोने की वजह से महिला का गला भी बैठ गया। वह कहती है, ''अब मेरे पास कौन बचा है?'' महिला ने आगे कहा, ''मेरा छोकरा (बेटा), मेरी छोकरी (बेटी) और घरवाला, सभी चले गए। हम लोगों का कौन सहारा है अब। ?''
महिला ने आगे कहा, ''मैंने सब कुछ खो दिया है। मैं क्या मांगूंगी? हमारी मदद करें। मुझे कोई मदद नहीं मिली है। सरकार को मेरी मदद करनी चाहिए ... सब कुछ खो दिया, सब कुछ खो दिया, खो दिया ...।" वहीं, दो बच्चों के दादा ने बताया कि उनकी बेटी के पति, जो एक मजदूर थे, ने रविवार को बच्चों को बाहर ले जाने का फैसला किया था, क्योंकि लंबे समय से काम कर रहे थे। तीनों ही नदी में गिर गए। उन्होंने कहा कि कुछ स्थानीय नेता ने तो उनसे मुलाकात की, लेकिन राज्य सरकार की ओर से कोई नहीं आया।
पीएम मोदी ने मोरबी में दुर्घटना स्थल का दौरा किया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को मोरबी में पुल दुर्घटना स्थल का दौरा कर वहां जारी तलाशी तथा बचाव अभियान का जायजा लिया, हादसे में घायल हुए लोगों से मुलाकात की और स्थानीय पुलिस तथा प्रशासन के अधिकारियों के साथ बैठक की। अधिकारियों ने प्रधानमंत्री को हादसे के बाद चलाये जा रहे राहत अभियान के बारे में जानकारी दी। रविवार को इस पुल के टूट जाने से मच्छु नदी में गिर कर 135 लोगों की मौत हो गयी। प्रधानमंत्री ने मौके पर पहुंचने से पहले इलाके का हवाई सर्वेक्षण किया। अधिकारियों के अनुसार दुर्घटना स्थल का मुआयना करने के बाद उन्होंने अस्पताल में जाकर इलाज करा रहे घायलों से मुलाकात की। प्रधानमंत्री ने अस्पताल में करीब 15 मिनट बिताये और कम से कम छह घायलों से बातचीत की।
मोरबी हादसे में मृतक संख्या हुई 135
गुजरात सरकार के मंत्री राजेंद्र त्रिवेदी ने मंगलवार को कहा कि मोरबी पुल हादसे में मारे गए लोगों की संख्या बढ़कर 135 हो गई है और अब तक 170 अन्य को बचा लिया गया है। अधिकारियों ने कहा कि सशस्त्र बलों, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और अन्य एजेंसियों द्वारा मच्छु नदी में बचाव अभियान अभी जारी है। राजकोट रेंज के महानिरीक्षक (आईजी) अशोक कुमार यादव ने सोमवार को कहा था कि रविवार शाम को मोरबी में पुल के टूटकर गिरने से 134 लोगों की मौत हो गई। गुजरात के कैबिनेट मंत्री त्रिवेदी ने मंगलवार को कहा, ''अब तक बचाव दलों ने 135 शव बरामद किए हैं, जबकि नदी में गिरे करीब 170 लोगों को जिंदा बचा लिया गया है।''