सूबे के लोग जानना चाह रहें हैं, पुलिस कार्रवाई में हुए नुकसान की भरपाई कौन करेगा

25 DEC 2019
66  
0

मुजफ्फरनगर. यूपी के मुजफ्फरनगर में CAA और NRC के विरोध को लेकर बीते दिनों हुई हिंसा में पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी अब सवाल उठने लगे है. जो कि वहां के स्थानीय नागरिक हसन अपना दर्द बताते हुए कहते है कि पुलिस ने उनके घर में घुसकर तोड़फोड़ की आगामी वर्ष के फरवरी माह में उनकी दो पोतियों की शादी होनी है जिनके लिए घर में लाकर रखा गया दहेज़ का सामान पुलिस ने तोड़ दिया है. घर में मौजूद दो पहिया वाहनों को बुरी तरह से पुलिस के द्वारा क्षत-विक्षत कर दिया गया है. 

समुदाय विशेष को बनाया निशाना 

मुजफ्फरनगर के मीनाक्षी चौक पर मेटलर्जी वर्कशॉप चलाने वाले अब्दुल सत्तार ने पुलिस पर एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगाते हुए कहा पुलिस ने शिव चौक के पास की दुकानों को नुकसान नहीं पहुंचाया क्योंकि वहां मुस्लिमों की दुकाने नहीं थी. हमने बड़ी मेहनत करके एक दुकान बनायीं थी. पुलिस ने केवल मुस्लिम कारोबारियों को निशाने पर लेते हुए कार्रवाई की. सरवत के रहने वाले हसन ने ने बात करते हुए बताया कि मैं मानता हूँ की सरकारी सम्पति को नुकसान पहुंचाना पूरी तरह से गलत है. लेकिन हमें क्यों तबाह कर दिया गया. 


आपको बता दें कि, उत्तर प्रदेश शासन ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि दंगे में शामिल लोगों की सम्प्पति की नीलामी करके सरकारी संपत्ति के नुकसान की भरपाई की जाएगी. लेकिन प्रदेशभर से आ रही ख़बरों के मुताबिक जिन आम लोगों का कथित पुलिस कार्रवाई में नुकसान हुआ है उसकी भरपाई कौन करेगा फिलहाल अभी तक शासन प्रशासन की तरफ से इस सम्बन्ध में कोई दिशा निर्देश नहीं जारी किये गए हैं. 


 


leave a comment