38 साल से नौकरी कर रहा फर्जी शिक्षक, नही पकड़ सके अधिकारी!

02 SEP 2020
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हरदोई। शिक्षकों की फर्जी नियुक्ति का पर्दाफाश करने के लिए शासन द्वारा गठित एसआईटी सहित कई एजेंसियां सक्रिय हैं, पर हरदोई के बेसिक शिक्षा अधिकारी फर्जी नियुक्तियों पर पर्दा डालने में जुटे हैं। ताजा मामला हरियावां ब्लाक के गोपामऊ से जुड़ा हुआ है।

शिकायतकर्ता योगेश दीक्षित के अनुसार हरियावां ब्लाक के जूनियर हाईस्कूल गोपामऊ में कार्यरत शिक्षक सदाकत अली की नियुक्ति फर्जी है। क्योंकि शिक्षक पद पर नियुक्ति के लिए जो योग्यता तत्समय होनी चाहिए थी वह आज भी सदाकत अली के पास नही है। द टेलीकास्ट को प्राप्त दस्तावेजों में भी इस बात की पुष्टि होती है। उक्त शिक्षक की नियुक्त में प्रयुक्त दस्तावेजों के अनुसार उसकी नियुक्ति 30 मार्च 1982 है, जबकि उस समय वह केवल 11वीं का छात्र था। जबकि उसकी विभागीय पत्रावली में आज भी तत्समय की योग्यता के प्रमाण पत्र संलग्न नही है। मतलब साफ है कि बिना कागजों के सदाकत अली 38 साल से फर्जी शिक्षक के रूप में कार्यरत है। जिसे विभागीय अधिकारी आज तक नही पकड़ सके हैं।

मामले की शिकायत सन 2015 में हुई, जिसे संज्ञान में लेते हुए तत्कालीन बीएसए ने तीन सदस्यीय कमेटी गठित कर जांच सौंप दी थी, जांच कमेटी तीन साल बाद भी रिपोर्ट नही दे सकी है, जिसके बाद जून 2020 में पुनः शिकायत हुई, तो बीएसए हेमंत राव ने खंड शिक्षा अधिकारी हरियावां को पत्र जारी करते हुए जांच सौंपी। बीईओ की फर्जी जांच रिपोर्ट भी सवालों के घेरे में है, इसलिए बीएसए ने उनसे तथ्यात्मक रिपोर्ट तलब की है।


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