बांदा. उत्तर प्रदेश के जनपद बाँदा में क़र्ज़ के बोझ तले दबा एक किसान फांसी के फंदे पर झूल गया. फांसी लगाकर आत्महत्या करने वाले किसान के परिवारीजनों ने बताया कि अवधेश कुमार द्विवेदी उम्र लगभग 40 वर्ष साहूकारों का क़र्ज़ नहीं चुका पा रहा था. अभी कुछ दिनों पहले ही उसके नाम बैंक से क़र्ज़ चुकाने का नोटिस आया था. इसी के बाद से ही वह डिप्रेशन में रहने लगा था.
फसल हुई थी ख़राब
फांसी लगाकर आत्महत्या करने वाले मृतक किसान अवधेश ने बैंक से लगभग 7 लाख रुपये का क़र्ज़ लिया था और उसने लगभग चार लाख का कर्ज साहूकार से ले रखा था. लेकिन फसल ख़राब हो जाने के चलते वह कर्ज चुका पाने में असमर्थ था. इसके बाद साहूकार और बैंक के पैसे न चुका पाने के दबाव के चलते ही उसने आत्महत्या करने की ठानी.
दो बैंको से लिया था क़र्ज़
मृतक किसान अवधेश के परिवारीजनों ने बताया कि उसने दो बैंको से क़र्ज़ ले रखा था. उधर क़र्ज़ के चलते आत्महत्या जैसा कदम उठाने वाले किसान की मौत पर जिला प्रशासन मौन है. कोई भी अफसर मामले पर कुछ कहने को तैयार नहीं है. किसान की मौत से आहत उसके परिवारीजनों का रो- रोकर बुरा हाल है. और पूरे गाँव में सन्नाटा पसरा हुआ है. फांसी लगाकर आत्महत्या करने वाले किसान के परिवार में एक बेटा और 2 बेटियां है. मृतक किसान की बेटे की उम्र 15 साल है जबकि दोनों बेटियों की शादी हो चुकी है.
घटना के बारे में जानकारी देते हुए अपर पुलिस अधीक्षक भरत कुमार पाल ने बताया कि मृतक किसान अवधेश कुमार द्विवेदी की उम्र लगभग 40 वर्ष थानाक्षेत्र कलिंजर के चंद्रपुरा गांव के रहने वाला हैं. उन्होंने आगे बताया कि घटना की सूचना मृतक किसान के परिजनों ने पुलिस को दी इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्ज़े में लेकर लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.