गाजियाबाद. एक तरफ जहां देश और प्रदेश में रेप की घटनाओं पर लोगों में जबर्दस्त उबाल है, वहीं दिल्ली से सटे गाजियाबाद में फर्जी रेप का मुकदमा दर्ज कराने पर 2 महिलाओं को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस के अनुसार इन पर आरोप है कि इन्होंने सरकारी मुआवजे के लिए गैंगरेप का झूठा मुकदमा दर्ज कराया. पुलिस दोनों के खिलाफ केस दर्ज कर जेल भेजने की तैयारी कर रही है. पुलिस के अनुसार बीते 8,9 दिसंबर को थाना कविनगर को सूचना मिली कि एक महिला डासना टोल के पास से बेहोशी की हालत में मिली है जिसे पीआरवी 2153 ने संजय नगर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
मौके पर महिला आरक्षी पहुंची और उसने महिला से पूछताछ की तो उसने बताया कि वह सुबह अपनी ड्यूटी पर हापुड़ गई थी. वापस मसूरी आने के लिए हापुड़ से एक वाहन पर सवार हुई. रास्ते में वाहन चालक ने एक अन्य व्यक्ति के साथ मिलकर उसके साथ गैंगरेप किया. इसके बाद छजारसी टोल पार कर डासना फ्लाईओवर के पास फेंककर भाग गए.
मेडिकल जांच के दौरान खुलासा
घटना पर एसपी सुधीर कुमार सिंह ने एसओ नरेश कुमार सिंह और उनकी टीम द्वारा सीओ सदर अंशु जैन के निर्देशन में जांच सौंपी. इस दौरान उन्होंने महिला का मेडिकल फॉर्म देखा तो पता चला कि महिला ने अंदरूनी जांच के लिए डॉक्टरों से मना कर दिया है. यही नहीं इसके बाद पूछताछ में महिला घर से जाने व वापस आने व घटनास्थल के संबंध में तरह-तरह की बातें बताने लगी. बयान बदलने लगी.
पुलिस को उस पर शक हुआ. इसी दौरान अस्पताल में एक अन्य संदिग्ध महिला दिखी जिससे पुलिस ने पूछताछ की और अस्पताल आने का कारण पूछा. पूछताछ में उसने बताया कि उसका नाम रेशमा है और वह और पीड़ित महिला दोनों गाजियाबाद मसूरी में होली क्रास अस्पताल के पास एक ही मकान में रहती हैं. उसने बताया कि दोनों को ही उनके पतियों ने छोड़ दिया है और पैसे के लिए देह व्यापार करती हैं.
मुआवजे के लिए बनाई गैंगरेप की झूठी कहानी
दोनों महिलाओं ने बताया कि कई दिन से उनके पास कोई काम नहीं आया था लिहाजा उन्होंने योजना बनाई कि आजकल गैंगरेप की घटनाओं में सरकार पीड़ित महिलाओं को मुआवजा दे रही है. इसी उद्देश्य से दोनों ने झूठी गैंगरेप की कहानी गढ़ी. योजना के तहत वे बाबूगढ़ से छोटा हाथी में लिफ्ट लेकर डासना पहुंचीं. इसके बाद शहजादी कपड़े फाड़कर फ्लाईओवर के पास बेहोशी का बहाना बनाकर ले गई. रेशमा ने बताया कि उसने इस दौरान एक शख्स के मोबाइल से 112 नंबर पर डायल किया और पुलिस बुला ली.
रेशमा के इस बयान के बाद पुलिस ने पीड़िता शहजादी से पूछताछ की जिसके बाद उसने अपना जुर्म कुबूल कर लिया और गैंगरेप की घटना झूठी बताई. पुलिस के अनुसार रेशमा और शहजादी की देह व्यापार और फर्जी मुकदमे लिखाने के षड्यंत्र की कहानी की पुष्टि उनके मोबाइल की सीडीआर व लोकेशन से भी हुई है.