कासगंज. हैदराबाद में वेटेनरी डॉक्टर की रेप के बाद बाद जलाकर की गयी हत्या से लोगो में व्याप्त आक्रोश अभी थमा भी नहीं था कि और यूपी के संभल में अभी एक लड़की ने रेप और जलाए जाने के बाद दम तोड़ दिया था, वहीं अब कासगंज से गैंगरेप की खबर आई है. यहां पर एक नाबालिग दलित छात्रा के साथ गांव के ही 4 युवकों ने गैंगरेप किया.
गैंगरेप का मामला सढ़पुरा थाना क्षेत्र के एक गांव का है. छात्रा को गंभीर हालत में पुलिस ने कासगंज जिला अस्पताल में भर्ती कराया है. पीड़िता ने बताया कि वह रविवार की शाम शौच करने के लिए घर से बाहर निकली थी, उसी समय मौका पाकर गांव के ही अंकित, घनश्याम, सुरेश और पुष्पेन्द्र उसे जबरन उठाकर ले गए और बाग में वारदात को अंज़ाम दिया. घटना के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए. मामले में छात्रा की शिकायत पर पुलिस ने चारों आरोपियों के खिलाफ गैंगरेप का मामला दर्ज कर लिया है. आरोपियों को पकड़ने के लिए 4 टीमें की गठित की गई हैं.
प्रशासनिक लापरवाही भी आयी सामने
वहीं जिले की सीएमओ डॉ. प्रतिमा सिंह ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश को ताक पर रखकर पीड़िता का नाम उजागर कर दिया. नाम उजागर करने के बाद से सरकारी कामकाज के तौर तरीको पर ऊँगली उठ रही है. वहीं जिले में एक वरिष्ठ पद पर बैंठीं अधिकारी द्वारा
इस तरह से सबके सामने रेप पीड़िता का नाम बताकर कोर्ट की अवमानना की हैं. अब देखना यहा है कि इस पूरे मामले पर प्रशासन क्या एक्शन लेता है?