योग की लगी पाठशाला ।
तीतिर स्तूप बुद्ध के पूर्वजन्म से रखता है सम्बंध ।
प्रचार प्रसार करने का लिया गया संकल्प ।
साधना का अनमोल स्थल है तीतिर स्तूप ।
जीरादेई ।प्रखण्ड क्षेत्र के तीतिरा पंचायत के बंगरा गांव स्थित तीतिर स्तूप पर शनिवार की प्रातः कोरिया एवं अमेरिका से बौद्ध शोधार्थी आये ।सर्वप्रथम शोधार्थियों ने भगवान बुद्ध की पूजा अर्चना किया उसके बाद योग पाठशाला का आयोजन किया तथा स्तूप पर लगे पूरे चित्र प्रदर्शनी का अवलोकन किया ।कोरिया के योग प्रो अभिषेक केशव ने कहा कि तीतिर स्तूप के पास असीम आध्यात्मिक शक्ति है जो साधना के स्तर को काफी प्रबल बनाता है ।उन्होंने बताया कि पूरे कोरिया में तीतिर स्तूप के महत्व को फैलाया जौएगा तथा अधिक से अधिक विदेशी बौद्ध अनुयायियों को यहाँ लाने के लिए उत्प्रेरित किया जाएगा। अमेरिका से आये राज कुमार पांडेय ने कहा कि तीतिर स्तूप का क्षेत्र काफी मनोरम एवं ऐतिहासिक व पुरातात्विक अवशेषों से भरा पड़ा है जो सिवान के परिदृश्य को बदलते हुए इसे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ला सकता है पर जरूरत है इसके महत्व को उजागर करने का ।तीतिर स्तूप विकास मिशन के संस्थापक कृष्ण कुमार सिंह ने बताया कि तीतिर स्तूप का सम्बंध भगवान बुद्ध के पूर्व जन्म से है तथा मानव जीवन में अंतिम उपदेश का सूचक है ।
इस मौके पर सुजीत शर्मा, केशव अमिताभ,रजनीश कुमार मौर्य ,मनीष भारद्वाज,अदित्यराज पांडेय,माधव शर्मा आदि उपस्थित थे ।