मेरठ. उत्तर प्रदेश में बीते एक हफ्ते से मौसम में उठापठक जारी है. कभी घना कोहरा हो जाता तो कभी बादल जमके बरसते रहे. 15 जनवरी की शाम से शुरू हुई बारिश ने बीते दिन पूरे प्रदेश के अलग - अलग हिस्सों में जमकर अपना रौद्र रूप दिखाया. इस दौरान एक बार फिर ठण्ड ने फिर से बारिश के बीच बड़े- बूढ़ो सबने अलाव और रजाइयों का सहारा लिया. मौसम वैज्ञानिकों की चेतावनी के मद्देनज़र सूबे के सीएम ने सूबे के निराश्रित और बेसहारा लोगों के लिए अलाव और कम्बल की व्यवस्था करने के दिशा निर्देश सभी जिलाधिकारियों को दिए थे. इसके अलावा बारिश से बर्बाद हुई फसल का आंकलन करके किसानों को राहत पहुँचाने की बात भी सीएम ने योगी ने कही थी.
मेरठ में गिरे ओले
बता दें कि पश्चिम यूपी के मेरठ में कड़ाके की ठण्ड के बीच हुई बारिश के साथ ओले भी गिरे. अनुमान के मुताबिक मेरठ में 24 घंटे तक मौसम में कोई बदलाव नहीं होने वाला है इससे भी तेज़ बारिश देखने को मिल सकती है. बीते दिनों मौसम विभाग ने अनुमान लगाया था कि पश्चिमी विक्षोभ के चलते पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ठण्ड बरक़रार रहेगी. बीते दिन हुई बारिश से प्रदेश के कई हिस्से बिजली संकट से जूझते दिखाई दिए. 14 जनवरी को खिली धूप लोगों के चेहरों पर मुस्कान लेकर आयी थी, लेकिन 15 जनवरी मकर संक्राति के दिन से शुरू हुई बारिश ने लोगों का मिज़ाज़ बिगाड़ दिया है.