अयोध्या. राम जन्मभूमि पर भव्य दिव्य मंदिर निर्माण को लेकर विश्व हिंदू परिषद के तैयार मॉडल पर रामालय न्यास के सचिव अविमुक्तेश्वरानंद की टिप्पणी के बाद अब विश्व हिंदू परिषद और संत समाज ने काफी कड़ी नाराजगी व्यक्त की है. विश्व हिंदू परिषद और अयोध्या के संत समाज ने अविमुक्तेश्वरानंद के ऊपर मंदिर निर्माण में बाधा पहुंचाने का आरोप लगाया है. जगतगुरु वासुदेवानंद सरस्वती ने रामालय ट्रस्ट के दावों को खारिज करते हुए कहा कि माननीय सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया है कि भारत सरकार ट्रस्ट बनाए और वही ट्रस्ट मंदिर का निर्माण करेगा. ट्रस्ट का गठन कर मंदिर का निर्माण हो.
यह भी कहा
रामालय ट्रस्ट एक व्यक्तिगत संस्था है, वहीं उन्होंने विहिप द्वारा तैयार मॉडल का समर्थन हुए करते हुए कहा कि इस मॉडल के लिए भारत का प्रत्येक नागरिक समर्पित है. इस पर सुप्रीम कोर्ट में भी सुनवाई के दौरान चर्चा समय समय पर की जाती रही है. उन्होंने कहा कि अगर चाहें तो इसका विस्तारीकरण हो, साथ ही ट्रस्ट के निर्माण को लेकर कहा कि हम यही चाहते हैं कि राम जन्मभूमि न्यास के सदस्य और राम मंदिर निर्माण के साथी ट्रस्ट में शामिल हों.