बाराबंकी. समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव बुधवार को बाराबंकी पहुंचे थे. इस दौरान वे सरकार पर निशाना साधने से बिल्कुल नहीं चुके. उन्होंने नागरिकता संशोधन कानून को लेकर बीजेपी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि बीजेपी सरकार कि मंशा ये है कि जिस तरह से 2016 में नोटबंदी के दौरान लोगो को लाइन में खड़ा किया था उसी तरह फिर से कागज दिखाने के लिए लाइन में लगाया जाये. बीजेपी सरकार ने कानून व्यवस्था को ध्वस्त कर दिया.
मुदद्दो से भटकाने की कोशिश
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी सरकार न तो युवाओं को रोजगार दे पाई और न ही बहन बेटियों की सुरक्षा कर पा रही है. इसलिए वह जनता को उनके मूल मुदद्दो से भटकाने के लिए नागरिकता संशोधन कानून का सहारा ल रही है. जब इस कानून के बारे में दोनों सदनों में चर्चा हो चुकी है तो क्या जरूरत है लोगों को नागरिकता कानून के बारे में सभाएं कर के बताने की. बीजेपी की ये सोची समझी साज़िश है जिस तरह उसने नोटबंदी करके बैंकों के लाइन में लोगों को खड़ा किया था उसी तरह कागजात दिखाने के लिए बीजेपी सरकार लोगों को लाइन में खड़ा करेगी.
चाचा शिवपाल की पार्टी से आगामी चुनाव में गठबंधन करने के सवाल पर अखिलेश यादव ने कहा कि आप लोग हमसे इसलिए इस पर बात करना चाह रहें हैं कि सीएए और एनआरसी जैसे मुद्दे पीछे छूट जाएं. उन्होंने बीजेपी सरकार में हुई सपा कार्यकर्ताओं की मौतों पर कहा कि सपा कार्यकर्ताओं ने बीजेपी सरकार में जाने गवाईं ही है साथ ही आम लोगो की मौते भी हुई है. बहन बेटियों को रेप करके सरेआम जलाया जा रहा है.