रामपुर. सिटिजनशिप अमेंडमेंट बिल (नागरिकता संशोधन विधयेक) के लोकसभा में पास होने के बाद उत्तर प्रदेश के रामपुर से सपा सांसद आजम खान ने कहा कि, लोकतंत्र में दिमाग नहीं सिर गिने जाते हैं. उन्होंने इस बिल का विरोध करते हुए ये भी कहा कि ये डिसीजन ताकत के बल पर लिया गया है. आज़म ने सरकार को निशाना बनाते हुए कहा कि, यदि विपक्ष सरकार के किसी गलत फैसले का का विरोध करता है तो उसे( सत्ता पक्ष) को उसकी बातें न सिर्फ सुननी चाहिए बल्कि उन पर अमल भी किया जाना चाहिए.
पीएम मोदी ने जताई प्रसन्नता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में नागरिकता संशोधन विधयेक के पास होने पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि, ये कानून मानवीय मूल्यों में भरोसे की सदियों पुरानी परम्परा के बिलकुल अनुरूप है. इसके अलावा देश के गृहमंत्री अमित शाह कि सराहना करते हुए मोदी ने कहा कि गृह मंत्री जी ने नागरिकता संशोधन विधयेक की चर्चा के दौरान सांसदों द्वारा उठाये गए बिंदुओं के जवाब बड़ी ही शालीनता के साथ दिये,हालाँकि नागरिकता संशोधन बिल पास होने के दौरान मोदी सदन में उपस्थित नहीं थें.बता दें कि लोकसभा ने विधेयक को सात घंटे से अधिक समय की चर्चा के बाद आधी रात के कुछ समय बाद पारित कर दिया. विधेयक के पक्ष में कुल 311 मत और विरोध में 80 मत पड़े.
शिवसेना भी उतरी समर्थन में
महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद को लेकर बीजेपी से अलग हुईं शिवसेना ने भी नागरिकता संशोधन विधयेक का समर्थन किया. पर इसके साथ ही कहा कि बाहर से आने आने वाले किसी भी शरणार्थियों को वोटिंग का अधिकार न दिया जाये. तो वहीँ दूसरी एआईएमआईएम के नेता असुद्दीन ओवेसी ने चर्चा के दौरान बिल की कॉपी फाड़ दी. जिसके बाद में संसद की कार्यवाही से असुद्दीन ओवेसी के बयान को हटा दिया गया है. सरकार ने इसे संसद का अपमान बताते हुए ओवैसी पर तीखा हमला बोला .